6 Physical Region of India भारत गोडवानालैंड का अंग था। चट्टानों के आपस में टकराने से टेथिस सागर से हिमालय का निर्माण हुआ है। हिमालय और प्रायद्वीप के मध्य गंगा, ब्रह्मपुत्र और सिन्धु नदियों के तंत्र का विशाल मैदान है। भारत को निम्न भौतिक विभागों में बाटां गया है –
थार का मरुस्थल
थार मरुस्थल टेथिस सागर का भाग है। यहाँ खारे पानी की झील मिली है, अवसादी चट्टानें मिली है और मछलियों के कंकाल मिले। ये सभी इस बात के प्रमाण है कि थार मरुस्थल टेथिस सागर का भाग है। थार मरुस्थल भारत के पश्चिम में स्थित है। पश्चिम में स्थित यह मैदान कम वर्षा के कारण शुष्क है। इस मरुस्थलीय क्षेत्र के दो भाग है। एक पश्चिम ढाल और दक्षिणी ढाल। लूनी यहाँ की मुख्य नदी है।
उत्तरी पर्वतीय प्रदेश (6 Physical Region of India)
इसमें हिमालय पर्वतमाला पाई जाती है। यह भारत की उत्तरी व उत्तर पूर्वी सीमा निर्धारित करता है। ये नवीन वलित पर्वत है। विश्व की सबसे ऊंची चोटी भी हिमालय में स्थित है। हिमालय पर्वत की ऊँचाई पूर्वी भाग में पश्चिम भाग की अपेक्षा अधिक है। हिमालय को निम् भागों में बांटा गया है –
- महान हिमालय
- लघु हिमालय
- पूर्वी हिमालय
- शिवालिक श्रेणी
प्रायद्वीप पठार
प्रायद्वीप शब्द का तात्पर्य है जो भाग तीन ओर से जल से घिरा हो। इस पठार के दो मुख्य भाग है मध्य उच्च भूमि और दक्कन पठार।
- मध्य उच्च भूमि – पश्चिम में अरावली पर्वत श्रेणी से तथा पूर्व में विन्ध्य के पहाड़ी प्रदेश की चौड़ी पट्टी को मध्य उच्च उच्च भूमि कहा जाता है। इसमें मध्यप्रदेश का आधा, राजस्थान का एक तिहाई तथा उत्तर प्रदेश का थोडा भाग शामिल है। विन्ध्य श्रेणी गुजरात, मध्य प्रदेश, दक्षिणवर्ती उत्तर प्रदेश, बिहार व उड़ीसा तक फैली हुई है। ये पर्वत बालू के पत्थर और क्व़ार्टज चट्टानों से बना है। इसे मालवा का पठार कहा जाता है। यहाँ काली मिट्टी पाई जाती है।मध्य उच्च भूमि पश्चिम में चौड़ी है लेकिन पूर्व में संकीर्ण है। इसके दक्षिण में नर्मदा की घाटी है। इस प्रकार अरावली श्रेणी, मध्य भारत का पठार, मालवा का पठार, विन्ध्य श्रेणी, नर्मदा घाटी सभी इसी प्रदेश के अंग है।
- दक्कन का पठार – दक्कन का पठार एक त्रिभुजाकार भू-भाग है जो नर्मदा के दक्षिण में स्थित है। इसके उत्तर में सतपुड़ा की श्रृंखला है जबकि महादेव, कैमूर की पहाड़ी एवं मैकाल श्रृंखला इसका पूर्वी विस्तार है। यह अधिकतर श्रृंखला बेसाल्ट और ग्रेनाइट चट्टानों की बनी है। दक्षिण का पठार पश्चिम में ऊँचा तथा पूर्व में कम ढाल वाला है। दक्षिण के पठार में पूर्व में पूर्वी घाट और पश्चिम सिरे में पश्चिमी घाट स्थित है। पश्चिम घाट की सबसे ऊंची चोटी अन्नाईमुड़ी है। अन्नाईमुड़ी दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी है। ऊंटी और कोडाईकेनाल जैसे प्रसिद्ध नगर प्रायद्वीपीय पठार में स्थित है।
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उत्तर का मैदान (6 Physical Region of India)
यह सतलुज नदी से लेकर असम में ब्रह्मपुत्र नदी घटी तक फैले हुए है। यह मैदान अधिक उपजाऊ और घनी आबादी वाला मैदान है। यह मैदान सिन्धु,गंगा और ब्रह्मपुत्र और उनकी सहायक नदियों से मिलकर बना है। इस मैदान की निम्न विशेषता है –
- भाबर – उत्तर भारत में उप हिमालय के सहारे फैले मैदानों को भाबर कहते है। यह गंगा सतलुज और हिमालय पर्वत के मिलन स्थलों का भाग है। इसमें वनस्पतियाँ ज्यादा पाई जाती है। मोटे – मोटे शिलाखंड होते है। यह मैदान कृषि के लिए अनुपयोगी होते है।
- तराई – भाबर के दक्षिण में स्थित दलदली भाग है। इस क्षेत्र में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान स्थित है।
- खादर – यह निचले मैदान है जहां प्रतिवर्ष बाढ़ का जल पहुँच जाता है। यहाँ जलोड़ मिट्टी पाई जाती है जो कृषि के लिए उपयोगी है।
- बागर – यह मैदान ऊंचाई पर स्थित है जहां बाढ़ का जल नहीं पहुँच पाता। अत्यधिक अपरदन के कारण मुलायम मिट्टी नष्ट हो जाती है और कंकरयुक्त मिट्टी बचती है। बागर के प्रदेश का विस्तार उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक है।
- दुआर – उत्तरी बंगाल के पर्वतीय क्षेत्र है। यहाँ चाय अधिक पैदा की जाती है। इस प्रदेश में हिमालय की घाटियाँ है जहां बस्तिया बसी हुई है जिन्हें स्थानीय भाषा में दुआर कहते है जैसे हरिद्वार ।
- गर्त – पटना में गर्त को जल्ला और मोकामा में टाल कहते है।
समुद्रतटीय मैदान
ये मैदान पश्चिम में अरब सागर, पूर्व में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण में कन्याकुमारी तक फैला हुआ है। समुद्र तटीय मैदान के तीन भाग है – पश्चिम तट के उत्तरी भाग को कोंकण तट, मध्य भाग को कन्नड़ मैदान तथा दक्षिण भाग को मालाबार तट कहा जाता है।
द्वीप समूह
बंगाल की खाड़ी और अरबसागर में कई द्वीप स्थित है। कुछ द्वीप बड़े है, आवास योग्य है किन्तु कुछ द्वीप ऐसे है जहां पानी है। इनमे प्रमुख है अंडमान और निकोबार द्वीप समूह व लक्षद्वीप।
भारत को अनेक भू – आकृतिक प्रदेशों में बांटा जा सकता है। इन सभी प्रदेशों की अपनी विशेषता है। किसी क्षेत्र में वनों का भंडार है तो कोई क्षेत्र अन्न का भंडार है। सभी भैतिक प्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। यही विविधता विकास की नई संभावनाओं को पैदा करती है।
FAQs
ANS. भारत को 6 भौतिक विभागों में बाटां गया है।
ANS. भाबर के दक्षिण में स्थित दलदली भाग है।
ANS. दक्कन का पठार एक त्रिभुजाकार भू-भाग है जो नर्मदा के दक्षिण में स्थित है।
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