India Russia Relations : रूस की क्रांति, भारत-रूस संबंध 

India Russia Relations भारत और रूस पुराने मित्र है, इन दोनों देशों की मित्रता शीत युद्ध के दौरान और घनिष्ठ हुई। इन दोनों देशों के संबंध कितने पुराने है इस बात का पता पजिरिक जो कि एक लौहयुगीन स्थल है, से चलता है। पाजिरिक संस्कृति के लोग घुड़सवारी करने वाले खानाबदोश थे जो भारत, चीन और मंगोलिया के लोगों के साथ व्यापार कर आजीविका कमाते थे। 18वीं शताब्दी में रूस व ईरान का इस्तेमाल भारत में व्यापारिक गतिविधियों के लिए होता था। भारत रूस के संबंधों को विस्तार में जानेंगे लेकिन उससे पहले जानते है रूस की क्रांति से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें –

रूस की क्रांति 

1917 की रूस की क्रांति 20वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक थी। मार्क्सवाद की विचारधारा इसी क्रांति से जन्मी थी। फ़्रांस की क्रांति के बाद यह ऐसी क्रांति थी जो सिर्फ रूस तक ही सीमित नहीं थी बल्कि दुनिया के कई देश इससे प्रभावित हुए थे। रूस की क्रांति दो चरणों में हुई थी –

  • इस क्रांति का पहला चरण मार्च 1917 में ज़ार निकोलस द्वितीय को उखाड़ फेंकने से शुरू हुआ था।
  • दूसरे चरण में इसी वर्ष नवंबर में लेनिन के नेतृत्व में बोल्शेविकों द्वारा दुनिया के पहले साम्यवादी राज्य की स्थापना हुई।

पहला चरण (फरवरी क्रांति)

रूसी क्रांति की शुरुआत मार्च 1917 से हुई थी। 1917 में रूस की राजधानी पेत्रोग्राद (वर्तमान में लेनिनग्राद) में अशांति फ़ैल गई। ज़ार निकोलस द्वितीय को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। और बाद में उन्हें और उनके परिवार को क्रांतिकारियों द्वारा मार दिया गया। इसके बाद रूस में समाजवाद सुधारवादी मेन्शेविकों और बोल्शेविकों में विभाजित हो गया था।

दूसरा चरण (अक्टूबर क्रांति)

लेनिन के नेतृत्व में बोल्शेविकों ने 7 नवंबर, 1917 को पेत्रोग्राद में सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया। रूसी कैलेंडर के अनुसार इसे अक्टूबर क्रांति नाम दिया गया था। अलेक्ज़ेंडर केरेंसकी जो कि मेन्शेविक समूह के युवा नेता थे उनकी अनंतिम सरकार को उखाड़ फैंका गया और लेनिन की अध्यक्षता में मंत्रियों की एक परिषद् को सत्ता सौंपी गई। 

नई सरकार ने तुरंत निजी भूमि स्वामित्व को समाप्त किया और कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की। बोल्शेविकों ने यूरोप के एक बड़े हिस्से पर अपना आधिपत्य स्थापित किया। लेकिन कई जगह ऐसी भी थी जहाँ उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा था। परिणामस्वरुप गृह युद्ध 1920 तक चला। 1917 से 1920 के बीच कम्युनिस्टों ने आतंरिक शत्रुओं के खिलाफ़ कठोर कार्यवाही की। जमीदारों, पूंजीपतियों, बड़े अधिकारीयों को गिरफ्तार किया गया, कुछ को निर्वासित किया गया। 

1923 में सोवियत समाजवादी गणराज्यों का संघ (USSR) अस्तित्व में आया। इसके संविधान ने श्रमिकों और किसानों के गणराज्य की स्थापना की घोषणा भी की। USSR को सोवियत रूस या रूस के नाम से  जाना जाने लगा। 1924 में लेनिन की मृत्यु हो गई और स्टॅलिन सत्ता में आए। तब से लेकर कई उठा पटक, आंतरिक युद्ध के बाद 25 दिसंबर, 1991 को सोवियत संघ को भंग कर दिया गया। इस विघटन के बाद रूस, युक्रेन और बेलारूस द्वारा स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल (CIS) का गठन किया गया। CIS आर्थिक और सैन्य सहयोग की जिम्मेदारी वाला एक शिथिल संगठन था। बाद में 9 पूर्व सोवियत गणराज्य इसमें शामिल हो गए। रूस एक महान शक्ति है जिसके पास परमाणु हथियार, और खनिज भंडार है। 

Russia Revolution Highlights 

  • रूस में 2 क्रांतियाँ हुई – मार्च की क्रांति और अक्टूबर/नवंबर/बोल्शेविक की क्रांति
  • रूस में सम्राट को ज़ार कहा जाता था
  • 1917 की रूस की क्रांति के समय रूस के सम्राट थे निकोलस द्वितीय
  • निकोलस द्वितीय ही रूस के अंतिम सम्राट थे जिन्हें दोनों क्रांतियों का सामना करना पड़ा था

रूस के इतिहास का ‘खूनी इतवार’

गेपों के नेतृत्व में 22 जनवरी, 1905 को रविवार के दिन लाखों निहत्थे प्रदर्शनकारियों, मजदूर, महिलाओं और बच्चों पर सेंट पीटर्सबर्ग में सैनिकों ने गोलियां बरसाई। इसमें 130 लोग मारे गए। इस घटना को विश्व के इतिहाद में खूनी रविवार नाम दिया गया।

‘चेका’ क्या था?

रूसी क्रांति के दौरान बोल्शेविकों ने एक विशेष न्यायालय की स्थापना की। इस न्यायालय ने क्रांतिकारियों के विरोध को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

भारत-रूस संबंध (India Russia Relations)

भारत रूस संबंध आधिकारिक तौर पर 1947 में स्थापित हुए। कश्मीर मामले पर रूस ने भारत के समर्थन में अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल किया था। भारतीय विदेश नीति में सोवियत संघ को हमेशा से ही उच्च प्राथमिकता दी जाती रही है। 1985 में राजीव गाँधी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा सोवियत संघ की ही की थी। वर्ष 2000 से रूस-भारत के बीच एक बड़ी रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत हुई। 24 दिसंबर 2012 की पुतिन की भारत यात्रा में उन्होंने एक भाषण दिया। पुतिन ने अपने भाषण में भारत को रूस का सबसे करीबी मित्र बताया।

भारत रूस के साथ मिलकर कई सेन्य अभ्यास कार्यक्रमों का भी आयोजन करता है। इन सैन्य अभ्यासों का मुख्य मकसद दोनों देशों के राजनीतिक संबंधों को मजबूत करना होता है। यह कार्यक्रम दोनों देशों को भविष्य में आने वाली चुनौतियों के विरुद्ध एकजूट होकर काम करने का संकेत देते है। रूस और भारत के बीच इन्द्र नाम से एक द्विपक्षीय अभ्यास किया जाता है। इन्द्र एक नौसेनिक अभ्यास है जिसकी शुरुआत 2003 में की गई थी। 

रूस भारत के साथ वैज्ञानिक संबंध भी साझा करता है। भारत के पहले उपग्रह आर्यभट्ट को सोवियत संघ के सहयोग से ही अन्तरिक्ष में भेजा गया था। राकेश शर्मा जो की अन्तरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय थे उन्हें भी सोवियत संघ द्वारा प्रक्षेपित किया गया था। चंद्रयान-2 इसरो और रूसी अन्तरिक्ष एजेंसी का एक संयुक्त मिशन था। 

निष्कर्ष

पूर्वी यूरोप और उत्तरी अमेरिका में फैला हुआ दुनिया का सबसे बड़ा देश है रूस। यह दुनिया का नौवा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। रूस देश इतना बड़ा है कि वह 11 टाइम ज़ोन में बंटा हुआ है। रूस से संबंधित जानकारी और भारत रूस (India Russia Relations) से जुड़े तथ्य इस लेख में हमारी टीम द्वारा आपको बताये गए उम्मीद करते है जानकारी आपको अच्छी लगी होगी

FAQs

Q. रूस के इतिहास का खूनी रविवार क्या था?

ANS. 22 जनवरी, 1905

Leave a Comment