रानी की वाव से जुड़ी कुछ बातें -
रानी की वाव से जुड़ी कुछ बातें -
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रानी की वाव गुजरात के पाटन में स्थित है। पाटन प्राचीनकाल में गुजरात की राजधानी हुआ करता था।
रानी की वाव गुजरात के पाटन में स्थित है। पाटन प्राचीनकाल में गुजरात की राजधानी हुआ करता था।
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इस बावड़ी का निर्माण राजा भीमदेव ने अपनी रानी उदयामती की याद में करवाया था।
इस बावड़ी का निर्माण राजा भीमदेव ने अपनी रानी उदयामती की याद में करवाया था।
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यह बावड़ी 64 मीटर लम्बी व 27 मीटर गहरी है।
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रानी की वाव में बारीक़ नक्काशी और भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों को दर्शाया गया है।
रानी की वाव में बारीक़ नक्काशी और भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों को दर्शाया गया है।
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यह सात मंजिला बावड़ी है ऐसा माना जाता है कि इसमें सरस्वती नदी का पानी आता था।
यह सात मंजिला बावड़ी है ऐसा माना जाता है कि इसमें सरस्वती नदी का पानी आता था।
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2014 में यूनेस्को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया।
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2018 में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा रानी की वाव को 100 रूपए के नोट पर चित्रित किया गया।
2018 में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा रानी की वाव को 100 रूपए के नोट पर चित्रित किया गया।
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