Chief Minister of Rajasthan वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत है। राज्य की कार्यपालिका का वास्तविक एवं कार्यकारी प्रमुख मुख्यमंत्री होता है।
मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद का मुखिया होता है। मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा की जाती है। राज्यपाल बहुमत दल के नेता को इस पद पर नियुक्त करता है। राजस्थान में मुख्यमंत्री का चुनाव 2023 में होना है।
आइये जानते है मुख्यमंत्री के बारे में विस्तृत रूप से –
Chief Minister of Rajasthan कौन होता है ?
अनुच्छेद 163 के अनुसार प्रत्येक राज्य में एक मंत्रिपरिषद होती है, जिसका प्रमुख मुख्यमंत्री होता है।
मुख्यमंत्री बनने की योग्यताएं क्या क्या है ?
संविधान में मुख्यमंत्री बनने के लिए कोई योग्यताएं नहीं बतायी गयी है। किन्तु मुख्यमंत्री बनने के लिए राज्य विधानमंडल का सदस्य होना आवश्यक है। लेकिन यदि ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री नियुक्त किया जाता है जो राज्य विधानमंडल का सदस्य नहीं है तो उसे नियुक्ति की तिथि से 6 माह के भीतर सदन की सदस्यता प्राप्त करना आवश्यक है।
Chief Minister of Rajasthan कार्यकाल कितना होता है ?
मुख्यमंत्री राज्यपाल के प्रसाद पर्यंत अपने पद पर बना रहता है। या ये भी कहा जा सकता है की विधानसभा में सदस्यों का बहुमत और विश्वास बने रहने तक वह अपने पद पर रह सकता है।
मुख्यमंत्री का त्यागपत्र –
Chief Minister अपना लिखित और हस्ताक्षरित त्यागपत्र राज्यपाल को दे सकता है। जेसे ही मुख्यमंत्री अपना त्यागपत्र देता है मंत्रिमंडल स्वतः ही समाप्त हो जाती है।
मुख्यमंत्री की कार्य एवं शक्तियां –
मंत्रिपरिषद के सन्दर्भ में – (Chief Minister of Rajasthan)
- राज्यपाल उन्हीं मंत्रियो को नियुक्त करता है जो Chief Minister of Rajasthan यानी मुख्यमंत्री द्वारा सुझाएँ जाते है।
- मंत्रियों के विभागों का वितरण और फेरबदल करना।
- मतभेद होने पर किसी भी मंत्री को त्यागपत्र देने को कह सकता है। या राज्यपाल को उसे बर्खास्त करने की सलाह भी दे सकता है।
- मंत्रिपरिषद के बैठकों की अध्यक्षता करना और निर्णय की घोषणा करना।
- मंत्रिपरिषद के आकार का निर्धारण करना।
राज्यपाल के सम्बन्ध में –
- अनुच्छेद 167 के अनुसार राज्यपाल व मंत्रिपरिषद के बीच कड़ी का कार्य करता है।
- अनुच्छेद 167(1) के अनुसार मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है की वह राज्यपाल को राज्य प्रशासन के बारें में जानकारी दे।
- राज्यपाल को सलाह देना मुख्यमंत्री का अधिकार भी है और कर्त्तव्य भी।
राज्य विधानमंडल के सन्दर्भ में – (Chief Minister of Rajasthan)
- राज्यपाल को विधानसभा सत्र बुलाने और स्थगित करने की सलाह दे सकता है।
- विधानसभा को भंग करने की सिफारिश भी कर सकता है।
- किसी भी समय सरकारी नौकरियों की घोषणा कर सकता है।
अन्य शक्तियां और कार्य –
- राज्य का मुखिया होने के नाते वह जनता के विभिन्न वर्गों से मिलता है और उनकी समस्याओं को सुनता है।
- वह राज्य सर्कार का प्रमुख प्रवक्ता होता है। जो समय- समय पर अपनी नीतियों की घोषणा करता है।
- राज्य की समस्त सेवाओं का राजनैतिक प्रमुख होता है।
Kitchen Cabinet क्या होता है ?
- यह एक लघु निकाय है जिसे आंतरिक मंत्रिमंडल भी कहते है।
- यह एक अनौपचारिक निकाय है।
- इसमें मुख्यमंत्री के साथ 2-4 सदस्य होते है। ये वही सदस्य होते है जिनपे मुख्यमंत्री का विश्वास होता है।
- इसमें कोई भी मंत्री या मुख्यमंत्री का कोई भी विश्वासपात्र परिजन अथवा मित्र भी शामिल होते है।
- Kitchen Cabinet राजनीतिक विषयों पर निर्णय लेने और गोपनीयता बनाये रखने में सहायता करता है।
मुख्यमंत्री कार्यालय या मुख्यमंत्री सचिवालय –
- जेसे संघीय स्तर पर प्रधानमंत्री की भूमिका है ठीक उसी प्रकार राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री की। मुख्यमंत्री को प्रशासनिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय होता है। इसका मुख्य कार्य यह देखना है की राज्य, जिला प्रशासन सही तरीके से तो कार्य कर रहा है।
- लोगों की शिकायतों को दूर करना, मुख्यमंत्री के आदेशो का पालन करना ये सभी कार्य मुख्यमंत्री सचिवालय के होते है। सचिवालय मुख्यमंत्री को राजनीतिक और प्रशासनिक दोनों ही प्रकार की सहायता प्रदान करता है।
राजस्थान के अब तक के मुख्यमंत्रियों की सूची –
क्र. सं. | नाम | कार्यकाल |
1. | हीरालाल शास्त्री | 7 अप्रैल 1949 से 5 जनवरी 1951 तक |
2. | सी. एस . वेंकटाचार (C S VENKATACHARI) | 6 जनवरी 1951 से 25 अप्रैल 1951 तक |
3. | जय नारायण व्यास | 26 अप्रैल 1951 से 3 मार्च 1952 तक |
4. | टिका राम पालीवाल | 3 मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1952 तक |
5. | जय नारायण व्यास | 1 नवंबर 1952 से 12 नवंबर 1954 तक |
6. | मोहनलाल सुखाड़िया | 13 नवंबर 1954 से 11 अप्रैल 1957 तक |
7. | मोहनलाल सुखाड़िया | 11 अप्रैल 1957 से 11 मार्च 1962 तक |
8. | मोहनलाल सुखाड़िया | 12 मार्च 1962 से 13 मार्च 1967 तक |
9. | राष्ट्रपति शासन | 13 मार्च 1967 से 26 अप्रैल 1967 तक |
10. | मोहनलाल सुखाड़िया | 26 अप्रैल 1967 से 9 जुलाई 1971 तक |
11. | बरकतुल्ला खान | 9 जुलाई 1971 से 11 अगस्त 1973 तक |
12. | हरिदेव जोशी | 11 अगस्त 1973 से 29 अप्रैल 1977 तक |
13. | राष्ट्रपति शासन | 29 अप्रैल 1977 से 22 जून 1977 तक |
14. | भैरों सिंह शेखावत | 22 जून 1977 से 16 फरवरी 1980 तक |
15. | राष्ट्रपति शासन | 17 फरवरी 1980 से 6 जून 1980 तक |
16. | जगन्नाथ पहाड़िया | 6 जून 1980 से 13 जुलाई 1981 तक |
17. | शिवचरण माथुर | 14 जुलाई 1981 से 23 फरवरी 1985 तक |
18. | हीरा लाल देवपुरा | 23 फरवरी 1985 से 10 मार्च 1985 तक |
19. | हरिदेव जोशी | 10 मार्च 1985 से 20 जनवरी 1988 तक |
20. | शिवचरण माथुर | 20 जनवरी 1988 से 4 दिसंबर 1989 तक |
21. | हरिदेव जोशी | 4 दिसंबर 1989 से 4 मार्च 1990 तक |
22. | भैरों सिंह शेखावत | 4 मार्च 1990 से 15 दिसंबर 1992 तक |
23. | राष्ट्रपति शासन | 15 दिसंबर 1992 से 4 दिसंबर 1993 तक |
24. | भैरों सिंह शेखावत | 4 दिसंबर 1993 से 29 नवंबर 1998 तक |
25. | अशोक गहलोत | 1 दिसंबर 1998 से 8 दिसंबर 2003 तक |
26. | वसुंधरा राजे सिंधिया | 8 दिसंबर 2003 से 11 दिसंबर 2008 तक |
27. | अशोक गहलोत | 12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर 2013 तक |
28. | वसुंधरा राजे सिंधिया | 13 दिसंबर 2013 से 16 दिसंबर 2018 तक |
29. | अशोक गहलोत | 17 दिसंबर 2018 से 13 दिसंबर 2023 तक |
30. | भजन लाल शर्मा | वर्तमान |
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