Coastline of India एक देश की तटरेखा अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत तीन और से पानी से घिरा हुआ है। यहाँ के तटीय मैदान पश्चिम में अरब सागर व पूर्व में बंगाल की खाड़ी और दक्षिण में कन्याकुमारी के निकट एक संकरी पट्टी की भांति फैले हुए है।
भारत की तटरेखा दो भागों में विभाजित है – पश्चिमी तटरेखा और पूर्वी तटरेखा। आइये जानते है भारत की तटरेखा की विशेषताओं के बारें में –
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पश्चिमी तटरेखा (Western Coastline of India)
यह तटरेखा खम्भात की खाड़ी से कुमारी अंतरीप तक फैली हुई है। यह उत्तरी भाग में कोंकण तट और दक्षिणी भाग में मालाबार तट के नाम से प्रसिद्ध है। पश्चिमी तट को निम्न भागों में बांटा गया है –
काठियावाड़ तट
यह सौराष्ट्र यानि कच्छ से सूरत तक विस्तृत है। इसी तट पर सरक्रीक, कच्छ की खाड़ी और खम्भात की खाड़ियाँ है। इस तट के मुख्य बंदरगाह कांडला, पोरबंदर, भावनगर, भरूच और सूरत है। काठियावाड़ तट अत्यधिक कटा-फटा है।
कोंकण तट
सूरत से गोवा तक कोंकण तट फैला हुआ है। इस तट पर मुंबई के निकट सालसेट और एलिफेंटा द्वीप है। इस तट के मुख्य बंदरगाह माहिम, नावाशेवा, मुंबई, मालवण पर मारमागोवा है। कोंकण तट पैठिक लावा का बना है।
कर्नाटक का तटीय मैदान
यह मैदान गोवा से मंगलौर तक फैला हुआ है।
मालाबार तट
मालाबार तट में खाड़ियों, झीलों और लैगूनों की अधिकता है। यह प्राचीन रूपांतरित शैली का बना हुआ है। यह तट बहुत ही क्षत-विक्षत है। मंगलौर, कोच्ची, बोल्लम, करवाड़, तिरुवनंतपुरम आदि इस तट के प्रमुख बंदरगाह है।
पूर्वी तट रेखा (Eastern Coastline of India)
इस तट रेखा को दो भागों में बांटा गया है –
कोरोमंडल तट
कुमारी अंतरीप से लेकर कृष्णा नदी के डेल्टा तक यह द्वीप विस्तृत है। इस तट पर मन्नार की खाड़ी, पाक जलसन्धि एवं आदम सेतु है। कन्याकुमारी, रामेश्वरम, धनुषकोटि, नागपट्टीनम, कारीकल, पोर्टोनोवो, कुड्डालोर, पुद्दुचेरी और चेन्नई आदि यहाँ के प्रमुख बंदरगाह है।
काकीनाड़ा तट
इसे ‘उत्तर सरकार तट’ के नाम से भी जाना जाता है। कृष्णा के डेल्टा से लेकर गंगा के डेल्टा तक काकीनाड़ा तट फैला हुआ है। इस तट पर विशाखापत्तनम, पाराद्वीप, हल्दिया और कलकत्ता आदि प्रमुख बंदरगाह स्थित है।
भारत में तटीय राज्य (Coastal States of India)
तटीय राज्य से आशय है जो पश्चिमी और पूर्वी तट पर स्थित राज्य है। भारत में नौ तटीय राज्य है – जिसमें 5 राज्य पश्चिमी तट पर स्थित है और 4 राज्य पूर्वी तट पर। इसमें समुद्रतटीय केन्द्रशासित प्रदेश दमन और दीव, अंडमान और निकोबार, लक्ष्यद्वीप शामिल है।
- पश्चिमी तट के राज्य – गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल।
- पूर्वी तट के राज्य – पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडू और आंध्रप्रदेश।
भारतीय तट की खाड़ियाँ, झीलें और जलसंयोजक
- पश्चिमी तट पर कच्छ की खाड़ी, कच्छ का रन और खम्भात की खाड़ी है।
- पूर्वी तट पर पुलीकट, कोलार और चिल्का झील पायी जाती है। ये वस्तुतः आंतरिक झीले है एवं संकरे जलमार्गों द्वारा समुद्र से जुड़ी है।
- भारत के दक्षिण में मन्नार की खाड़ी और पाक जलडमरूमध्य स्थित है जो श्रीलंका द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से पृथक करता है।
भारत की तट रेखा से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य (Facts About Coastline of India in Hindi)
- भारत की तटरेखा कुल 7516.6 किमी. लम्बी है जिसमें तटीय मैदान और द्वीप समूह की सीमा शामिल है।
- भारतीय तट मूलतः अटलांटिक तट के प्रकार के हैं। यह खाड़ियों और प्रवाल भित्तियों से रहित है लेकिन अपवादस्वरूप मालाबार तट पर कुछ खाड़ियाँ और प्रवाल भित्तियां देखी जा सकती है।
- पूर्वी तट की रेखा पर प्राकृतिक बंदरगाहों और पोताश्रेयों की कमी है क्योंकि पूर्वी तट की ओर बंगाल की खाड़ी में अनेक बड़ी नदियाँ प्रवेश करती है। ये नदियाँ मुहाने पर बालू की दीवारें खड़ी कर देती है जिससे धाराएँ छिछली हो जाती है और ये नावों और जहाजों के लिए सही नहीं है।
- मालाबार तट पर अनेक पश्च जल पाए जाते है जिन्हें स्थानीय भाषा में ‘कयाल’ कहा जाता है।
- देश की सर्वाधिक लम्बी तटरेखा गुजरात राज्य की है और दूसरे स्थान पर है आंध्रप्रदेश।
- पूर्वी घाट को पश्चिमी घाट से नीलगिरी की पहाड़ियाँ जोड़ती है।
निष्कर्ष
उपरोक्त लेख में हमने भारत के तटीय राज्यों (Coastline of India) से सम्बंधित जानकारी हासिल की। इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करे। अगर ऐसे दिलचस्प तथ्य आप पढ़ना चाहते है जो हमसे जुड़े।
FAQs
ANS. गुजरात राज्य की तटरेखा (1600 किमी.) सबसे लम्बी है।
ANS. गोवा जो कि 131 किमी लम्बी है।
ANS. नौ तटीय राज्य है, 5 राज्य पश्चिमी तट के और 4 पूर्वी तट के।
ANS. 7516.6 किमी.
ANS. नीलगिरी की पहाड़ियाँ
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