GST in Hindi ; जीएसटी क्या है ? जीएसटी के फ़ायदे

GST की  full form है  Goods and Service Tax अर्थात माल एवं सेवा कर। इसे वस्तुओं की खरीद, बेचान करने पर या सेवाओं के इस्तेमाल पर लगाया जाता है। कई तरह के टैक्स जैसे Excise duty, VAT, Service Tax आदि को हटाकर GST नाम से एक टैक्स लाया गया। 

GST का इतिहास –

  • फ्रांस 1954 में GST लागू करने वाला विश्व का पहला देश था।
  • इसके बाद United Kingdom, Australia, Singapore, Canada, Italy, Spain, Vietnam, और भारत आदि देशों ने इसे अपनाया। 

भारत में कब लागू हुआ?

भारत में GST 1 जुलाई, 2017 को लागू किया गया। ऐसा करने वाला भारत 161 वां देश बना।

कई अर्थशास्त्रियों के द्वारा इसे स्वतंत्रता के बाद सबसे बड़ा आर्थिक सुधार माना गया। 

जीएसटी कितने प्रकार का होता है ?

GST चार प्रकार का होता है –

  • IGST ( Integrated Goods and Service Tax)
  • CGST (Central Goods and Service Tax)
  • SGST (State Goods and Service Tax)
  • UTGST (Union Territory Goods and Service Tax)
gst in hindi
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GST कैसे काम करता है ?

अगर राज्य के अंदर ही लेन-देन होता है तो हमें दो टैक्स देने होते है। एक CGST जो की केंद्र सरकार को और दूसरा जो की है SGST जो की राज्य सरकार  को दिया जाता है। लेकिन वहीं यह लेनदेन दो राज्यों के दो पक्षों के बीच में होता है तो सिर्फ एक ही टैक्स देना होता है वह है, IGST जो केंद्र सरकार द्वारा लिया जाता है। 

साधारण भाषा में अगर समझे तो उदाहरण के लिए मान लेते है की एक कंपनी ने अपना माल अपने ही राज्य में  100000 रुपए में 12 % GST पर बेचा। तो 12 % GST की दर के हिसाब से GST की राशि हुई 12000,  क्योंकि यह सौदा राज्य के अंदर ही हुआ है तो यहाँ 6000-6000 केंद्र सरकार और राज्य सरकार के टैक्स विभाग में जमा होंगे। ( यानी CGST 6 % और SGST भी 6 %)

वहीं यह लेनदेन दो राज्यों के बीच होता है तो IGST 12000 केंद्र सरकार को देने पड़ते है। 

प्रमुख टैक्स स्लैब –

  • जीएसटी वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य के आधार पर अलग-अलग होता है।
  • प्रमुख टैक्स स्लैब है 0 %, 5%, 12%, 18%, 28% है। 

GST का सुझाव – 

  • जीएसटी का सुझाव विजय केलकर समिति के द्वारा दिया गया था।
  • स्वर्गीय अरुण जेटली जीएसटी परिषद के पहले अध्यक्ष थे।  
  • जीएसटी परिषद में 33 सदस्य है। 
  • केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जीएसटी परिषद की वर्तमान अध्यक्ष है। 

कौन-कौन सी चीज़े जीएसटी से बाहर है ?

इसमें दाल, गेहूं, बाजरा, चावल, सूजी, दही जैसे रोज़मर्रा में इस्तेमाल होने वाली चीज़े शामिल है। इसमें वित्त मंत्री ने कहा है कि जीएसटी उन्हीं उत्पादों पर लगाया जाएगा जो प्री-पैक्ड और लेबल्ड है। अगर सामान बिना पैकिंग के बेचा जा रहा है तो उन पर जीएसटी दर लागू नहीं होगी। 

जीएसटी के फ़ायदे –

  • जीएसटी आने के बाद टैक्स भरने वालो की संख्या में इज़ाफ़ा हुआ है। 
  • एक टैक्स व्यवस्था होने से बिना किसी परेशानी के e-way bill के माध्यम से ट्रक आसानी से राज्यों की सीमा पार कर सकते है। इसमें समय की भी बचत होती है। 

महत्वपूर्ण बिंदु –

  • जीएसटी में सभी व्यवसाय शामिल है जैसे व्यापार, वाणिज्य, निर्माण इत्यादि। साथ ही HUF (हिन्दू अविभाजित परिवार), कंपनी, फर्म, सोसाइटी, ट्रस्ट आदि। 
  • जीएसटी पंजीकरण के लिए पैन होना अनिवार्य है। 
  • जीएसटी के तहत पंजीकृत नहीं होने पर या उसका कम भुगतान करने पर दंड का भी प्रावधान है। जीएसटी भुगतान न करने पर देय राशि का 10% जुर्माना देना होगा। 

संक्षेप में समझे तो जीएसटी पंजीकरण किसी भी व्यक्ति के लिए जो व्यवसाय कर रहा है एक जनादेश आवश्यकता है। जीएसटी अगले 20 -30 साल के लिए एक प्रमुख अप्रत्यक्ष कर सुधार है। स्वतंत्रता के बाद जीएसटी को एक बड़ा आर्थिक सुधार माना जा रहा है। 

FAQs

Q. GST की फुल फॉर्म क्या है?

ANS. जैसा कि पोस्ट की शुरुआत में ही हमने बताया GST की  full form है  Goods and Service Tax अर्थात माल एवं सेवा कर।

Q. भारत में GST कब लागू किया गया?

ANS. भारत में जीएसटी 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया ऐसा करने वाला भारत 161 वां देश बना

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