Historical Places in Jaipur : जयपुर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों की सूची

Historical Places in Jaipur जयपुर राजस्थान राज्य की राजधानी है जो गुलाबी शहर के नाम से जानी जाती है। जयपुर को सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा बसाया गया था। जयपुर में लगभग 40 से अधिक दर्शनीय स्थल है। प्राचीनकाल से लेकर मध्यकाल तक बहुत से पर्यटन स्थल जयपुर राजधानी में बने है।

जयपुर के दर्शनीय स्थलों की सूची (Historical Places in Jaipur)

राजधानी जयपुर एक योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया शहर है। यहाँ बने विशाल किले, बड़े-बड़े मन्दिर फिर चाहे वो गलता जी हो या गोविन्ददेव जी ये सभी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए है। जयपुर स्थित सभी पर्यटक स्थल की एक कहानी है। अतः इस लेख में हम जयपुर के पर्यटक स्थलों के बारें में जानेंगे वो भी उनके इतिहास के साथ, जो की इस प्रकार है –

S. No.दर्शनीय स्थल इतिहास
1.जंतर-मंतर सन् 1734 में सवाई मानसिंह ने 5 वेधशालाओं का निर्माण करवाया था उनमें सबसे बड़ी है। यहाँ का रामयंत्र प्रसिद्ध है।
2.गलता जी “जयपुर का बनारस”, “उत्तर तोताद्री”, और मंकी वैली के नाम से जाना जाता है। यह एक प्राचीन पवित्र कुंड है जहाँ गालव ऋषि का आश्रम हुआ करता था।
3. श्री गोविन्ददेव मंदिर गौड़ीय संप्रदाय के इस मन्दिर का निर्माण सन् 1735 में सवाई जयसिंह द्वारा करवाया गया था। यह मन्दिर सिटी पैलेस के पीछे स्थित है।
4. शाकम्भरी माता का मन्दिर सांभर में स्थित प्रसिद्ध मन्दिर है जो चौहानों की कुलदेवी है।
5.आमेर की शिलामाता का मन्दिर जलेब चौक में स्थित वर्तमान मन्दिर का निर्माण सवाई मानसिंह द्वितीय ने करवाया था। यहाँ रखी माता की मूर्ति को महाराजा मानसिंह प्रथम बंगाल से लेकर आये थे।
6. शील माता की डूंगरी महाराजा माधोसिंह द्वारा चाकसू में शीतला माता मन्दिर का निर्माण करवाया गया।
7.जयनिवास उद्यान निर्माण महाराजा जयसिंह ने करवाया, इस उद्यान के मध्य में गोविन्ददेव जी का मन्दिर स्थित है।
8. सामोद महल यह ऐतिहासिक महल राजा बिहारीदास ने बनवाया था।
9. सवाई मानसिंह संग्रहालय इस संग्रहालय की स्थापना 1959 में मानसिंह द्वितीय ने की थी।
10. साल्ट म्यूजियम सांभर झील के किनारे बसा म्यूजियम है।
11. रामबाग ऐतिहासिक शाही उद्यानों में रामबाग सिरमौर है जिसका निर्माण 1836 में करवाया गया था।
12. मांजी का बाग़ यह उद्यान सवाई जयसिंह ने 1729 में अपनी सिसोदिया रानी के लिए बनवाया था।
13. विश्व वृक्ष उद्यान जयपुर में झालाना डूंगरी में इस उद्यान की स्थापना विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर 21 मार्च, 1986 को की गई थी।
14. इसरलाट या सरगासूली जयपुर में त्रिपोलिया गेट के पास सात खंडो की इस इमारत का निर्माण महाराजा ईश्वरी सिंह ने टोंक युद्ध में विजयी (1749 में) होने पर किया था।
15. गैटोर की छतरियां जयपुर के शासकों का शाही श्मशान घाट को की पंचायतन शैली में बना हुआ है।
16.अशोक विहार सचिवालय के पीछे इस वन का निर्माण वन विहार द्वारा 1985 में करवाया गया था। इस उद्यान में मृग वन भी है।
17.मुबारक महल मेहमानों को ठहराने के लिए सन् 1900 में इस महल का निर्माण सवाई माधोसिंह द्वारा करवाया गया। इस महल में मुग़ल, यूरोपीय और राजपूत कला का अद्भुत समन्वय है।
18. कनक वृन्दावन मन्दिर जलमहल के निकट इस मन्दिर का निर्माण महाराजा जयसिंह ने करवाया था।
19. विज्ञान उद्यान जयपुर में 12 दिसम्बर 1994 में स्थापित।
20.पन्ना मीणा की बावड़ी आमेर में स्थित इस बावड़ी का निर्माण मिर्जा राजा जयसिंह के काल में करवाया गया।
21.बिड़ला मन्दिर सफ़ेद संगमरमर का बना मन्दिर मोती डूंगरी की पहाड़ी के नीचे स्थित है।
22.अन्य स्थल देवयानी कुंड सांभर, भारमल की छतरियां, महारानी की छतरी

निष्कर्ष

इस लेख में हमने यह जाना कि जयपुर के पर्यटन स्थल (Historical Places in Jaipur) स्थल कौन-कौनसे है और उनका इतिहास क्या रहा। जानकारी को अपने दोस्तों के साथ शेयर करे। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है यह आपका कोई मित्र कर रहा है उनसे यह जानकारी शेयर करे।

FAQs

Q. सरगासूली स्थित है?

ANS. जयपुर में

Q. जन्तर-मंतर क्या है?

ANS. वेधशाला

Q. जयपुर का बनारस और मंकी वैली के नाम किसे जाना जाता है?

ANS. गलता जी

Q. जयपुर में मृग वन कहाँ है?

ANS. अशोक विहार में मृग वन स्थित है।

Q. गैटोर की छतरियां क्या है?

ANS. गैटोर की छतरियां एक श्मशान है।

Q. श्री गोविन्ददेव मंदिर का निर्माण किसने करवाया?

ANS. सन् 1735 में सवाई जयसिंह द्वारा

Q. जयपुर की किस शासक द्वारा बसाया गया था?

ANS. सवाई जयसिंह द्वितीय द्वारा

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