Kailash Parvat : कैलाश मानसरोवर से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य 

Kailash Parvat कैलाश पर्वत भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है। पौराणिक कथाओं में इस बात का उल्लेख मिलता है। कैलाश पर्वत से बहुत सी नदियों का उद्गम होता है। इस पर्वत को रत्नागिरी, गणपर्वत के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्वत के कुछ ऐसे रहस्य है जो आज तक वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए है। आइये जानते है कि कैलाश पर्वत के रहस्य क्या है? 

कैलाश पर्वत कहाँ स्थित है? (Kailash Parvat)

यह पर्वत तिब्बत में स्थित है। कैलाश पर्वत श्रेणी ट्रांस हिमालय का एक भाग है। यह पर्वत श्रेणी कश्मीर से भूटान तक है। हिन्दू धर्म के अनुसार यह बहुत ही पवित्र स्थान है क्योंकि यहाँ साक्षात् भगवान शिव का निवास स्थान है। यह पर्वत ऋषि मुनियों की तपस्थली है।

कैलाश पर्वत की ऊंचाई कितनी है? (Kailash Parvat Height)

इस पर्वत की ऊँचाई 6638 मीटर यानि 21,778 फीट है। इसकी ऊँचाई माउंट एवेरस्ट से 2211 मीटर कम होने के बावजूद भी इस पर्वत पर कोई नहीं चढ़ पाया। कहा जाता है कि आज तक जिसने भी कैलाश पर्वत पर चढ़ने का प्रयास किया या तो कोई बर्फीला तूफ़ान उन्हें रोक देता था या वह स्वयं रास्ता भटक जाते थे।

कैलाश की प्रमुख झीलें और नदियाँ 

  • कैलाश पर्वत से ब्रह्मपुत्र, सिन्धु, सरस्वती और सतलुज नदी का उद्गम होता है।
  • यहाँ मानसरोवर और राक्षसताल दो प्रमुख झीले है।
  • मानसरोवर झील को सकारात्मकता और राक्षसताल को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है।
  • मानसरोवर झील हिन्दू और बौद्ध धर्मों में बहुत पवित्र मानी गई है।
  • मानसरोवर झील के उत्तर में कैलाश पर्वत स्थित है।
  • राक्षसताल मानसरोवर झील के पश्चिम में स्थित है।

कैलाश पर्वत से जुड़े कुछ अनसुलझे रहस्य (Interesting Facts about Kailash Parvat)

  • कैलाश पर्वत पृथ्वी का केंद्र बिंदु है क्योंकि यहाँ चारों दिशाएं आकर मिलती है।
  • मानसरोवर झील दुनिया की सबसे अधिक ऊँचाई पर स्थित मीठे पानी की झील है।
  • वहीँ राक्षसताल झील एक खारे पानी की झील है।
  • ऐसा कहा जाता है कि कैलाश पर्वत पर समय बहुत तेज़ी से गुजरता है।
  • इस पर्वत पर यती मानव या हिम मानव की उपस्थिति भी एक रहस्य बनी हुई है।
  • ऐसा माना जाता है कि ऋषभदेव का निर्वाण कैलाश पर ही हुआ था।
  • वहां गये यात्रियों का दावा है कि कैलाश पर्वत पर ॐ की ध्वनि सुनाई देती है।
  • कैलाश पर्वत बौद्ध धर्म के लिए भी पवित्र है लामा लोग कैलाश की तीन या तेरह परिक्रमा करना शुभ मानते है।
  • वैज्ञानिकों के किये गये दावें के अनुसार कैलाश पर सात तरह की रौशनी चमकती हुई देखि गई है जिसका कारण चुम्बकीय बल माना जाता है।

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निष्कर्ष 

इस लेख में हमने आपको Kailash Parvat को संक्षिप्त में समझाने का प्रयास किया है। लेख पसंद आये तो इसे लोगों के साथ शेयर करे और कमेंट करे।

FAQs 

Q.  कैलाश पर्वत (Kailash Parvat) कहाँ स्थित है?

ANS.  कैलाश पर्वत तिब्बत में स्थित है

Q. कैलाश मानसरोवर की विशेषता क्या है?

ANS. यहाँ स्थित मानसरोवर झील जो कि मीठे पानी की झील है यही कैलाश पर्वत की मुख्य विशेषता है। ऐसी मान्यता है कि इस झील में स्नान मात्र से 7 जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है।

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