Odisha History in Hindi ओडिशा भारत के नक़्शे में पूर्व दिशा में स्थित है। ओडिशा का इतिहास बहुत पुराना है। यह राज्य भारत का एक ऐसा राज्य है जिसको राज्य का दर्जा भाषायी आधार पर मिला। ओडिशा में ओड़िया भाषा बोली जाती है। इस राज्य का उल्लेख पुराणों में कलिंग, उत्कल व मत्स जैसे नामों से मिलता है। ओडिशा राज्य पहले उड़ीसा के नाम से जाना जाता था परन्तु 4 नवंबर 2011 से इसे ओडिशा नाम दिया गया।
आइये जानते है ओडिशा के बारें में विस्तार से –
ओडिशा राज्य का इतिहास (Odisha History in Hindi)
इस राज्य की स्थापना राजा ओड द्वारा की गयी थी। ओडिशा राज्य पर अलग-अलग समय पर अलग-अलग वंश का शासन रहा लेकिन उन सभी में महत्वपूर्ण था मौर्य वंश। ओडिशा राज्य के बहुत बड़े क्षेत्र को कलिंग नाम से जाना जाता था। सम्राट अशोक द्वारा यहाँ मौर्य साम्राज्य का विस्तार 261 ई.पू. में किया गया। उनके शासनकाल में यहाँ बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार हुआ।
कलिंग के युद्ध के पश्चात् बहुत जान-माल की हानि हुई और यह देखकर सम्राट अशोक ने अपना राजपाट छोड़ दिया और बौद्ध धर्म को अपना लिया। सम्राट अशोक की मृत्यु के बाद 180 ई.पू. में यहाँ चेदी वंश ने अपना शासन स्थापित किया। इनके शासनकाल में यहाँ जैन धर्म का प्रचार हुआ।
इसके बाद यहाँ माथर वंश, नल वंश और गंग वंश ने राज किया। छठी शताब्दी से सातवीं शताब्दी का समय ओडिशा के स्थापत्य का स्वर्णकाल कहा जा सकता है। गंग वंश के पश्चात् यहाँ 1361 ई. तुगलग वंश के शासक फ़िरोजशाह तुगलक़ ने राज किया। आधुनिक काल में ईस्ट इंडिया कंपनी के बाद यह राज्य स्वतंत्र राज्य बना।
ओडिशा को भारत के राज्य का दर्ज़ा कब मिला?
भारत के नए राज्य का दर्ज़ा ओडिशा को 1 अप्रैल, 1936 को दिया गया। 1 अप्रैल को ओडिशा दिवस या उत्कल दिवस के रूप में मनाया जाता है। जनसंख्या के आधार पर ओडिशा भारत में ग्यारहवें स्थान पर है।
राज्य की सीमा- रेखा (Odisha History in Hindi)
यह राज्य पूर्व में बंगाल खाड़ी, पश्चिम में छत्तीसगढ़, उत्तर में झारखंड, उत्तर-पूर्व में पश्चिम बंगाल व दक्षिण में आंध्रप्रदेश से घिरा हुआ है। क्षेत्रफल की दृष्टि से ओडिशा नौवां बड़ा राज्य है।
ओडिशा राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल कौन है?
वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक है और राज्यपाल गणेशी लाल है।
ओडिशा राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य (Interesting Facts about Odisha in Hindi)
भारत का राज्य | ओडिशा |
ओडिशा की राजधानी | भुवनेश्वर |
राज्य का गठन | 1 अप्रैल, 1936 |
क्षेत्रफल | 1,55,707 वर्ग किलोमीटर |
ओडिशा की जनसंख्या | 41,974,218 |
राज्य के गवर्नर | गणेशी लाल |
राज्य के मुख्यमंत्री | नवीन पटनायक |
राज्य के राष्ट्रीय उद्यान | भीतरकर्णिका, सिमलीपाल, नंदकानन |
वन्यजीव अभयारण्य | कोटगढ़ अभयारण्य, चिलका वन्यजीव |
जनसंख्या की दृष्टि से राज्य का स्थान | ग्यारहवां |
क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य का स्थान | नौवां |
साक्षरता प्रतिशत | 73.45% |
ओडिशा राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल (Tourist Places in Odisha)
उत्कल नाम से प्रसिद्ध ओडिशा राज्य की स्थापत्य कला विश्व प्रसिद्ध है। प्रमुख पर्यटन स्थल है – लिंगेश्वर मन्दिर, सूर्य मन्दिर, चार धामों में माना जाने वाला जगन्नाथ पुरी मन्दिर।
कोणार्क का सूर्य मन्दिर
सूर्य मन्दिर का निर्माण गंग वंश के शासक नरसिंह द्वारा करवाया गया था। इस मन्दिर के निर्माण में 12 साल का समय लगा था।
जगन्नाथ मन्दिर, पुरी
श्रीकृष्ण का मन्दिर जगन्नाथ ओडिशा के पुरी में स्थित है। यहाँ प्रतिवर्ष रथयात्रा का आयोजन किया जाता है जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते है। जगन्नाथ पुरी चार धामों में से एक धाम है। यहाँ श्रीकृष्ण, सुभद्रा, बलभद्र की लकड़ी से बनी मूर्ति स्थापित है। रथयात्रा में हर साल तीन रथ बनाये जाते है। आषाड़ शुक्ल द्वितीया से रथयात्रा का शुभारम्भ हो जाता है।
निष्कर्ष
इस पोस्ट के माध्यम से हमनें संक्षिप्त में Odisha History in Hindi बताने की कोशिश की है। आशा करते है की यह पोस्ट आप सभी अभ्यर्थियों के लिए सहायक सिद्ध हो। अगर आपको हमारा लेख पसंद आया है तो इसे शेयर करे और कमेंट में सुझाव भी दे सकते है।
FAQs
ANS. नवीन पटनायक ओडिशा राज्य के मुख्यमंत्री है।
ANS. 1 अप्रैल को प्रतिवर्ष उत्कल दिवस मनाया जाता है।
ANS. गंग वंश के शासक नरसिंह ने करवाया था
ANS. भुबनेश्वर
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