image credit : social media

इस किले के बारें में किवदंती है कि भगवान राम ने अपने भाई लक्ष्मण को तोहफे में दिया था, जानते है इसका नाम और इतिहास

Floral Separator

image credit : social media

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है यह किला जो कि एक पठार पर बना हुआ है, 4 वर्ग किलोमीटर के पठार पर यह किला बना हुआ है

Floral Separator

image credit : social media

यह किला 812 मीटर की उंचाई पर स्थित है, वर्तमान में यह किला एक खंडहर जैसा है लेकिन अब सरकार द्वारा इसके संरक्षण के प्रयास किए जा रहे है

Floral Separator

image credit : social media

भीमसेनी संवत, शिव सेना पुराण से इस किले का उल्लेख मिलता है, यहाँ मिली रॉक पेंटिंग से पता चलता है कि यह किला ईसा पूर्व काल का है

Floral Separator

image credit : social media

पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र और इस ऐतिहासिक किले का नाम है बांधवगढ़ का किला जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘भाई का किला’

Floral Separator

image credit : social media

यह किला पहाड़ी की चोटी पर है जिसमें मोती महल, मानव द्वारा निर्मित राजा तालाब, विशाल वामन अवतार मूर्ति, कबीर मंदिर और बांधवधीश मन्दिर आदि

Floral Separator

image credit : social media

बांधवगढ़ के किले पर माघ, मौर्य, बघेल राजाओं का शासन रहा, 9वीं शताब्दी में यह किला राजधानी रहा

Floral Separator

image credit : social media

फिर आया 1617 ई. जब बघेल शासक राजा विक्रमादित्य ने बांधवगढ़ छोड़ किया और रीवा को अपनी राजधानी बना लिया

Floral Separator

image credit : social media

बांधवगढ़ क्षेत्र अपनी बायोडायवर्सिटी के जाना जाता है लेकिन जैसे ही राजा ने इसे छोड़ा इसके आस-पास के गाँव भी खाली हो गए, तबसे यहाँ वन्य जीवों के जगह बनती गई

Floral Separator

image credit : social media

बांधवगढ़ किला खाली होने के बाद इसे राजाओं का शिकार ग्रह घोषित कर दिया गया था बाद में यह राष्ट्रीय उद्यान बना और यहाँ शिकार और पेड़-पौधों की कटाई पर पाबन्दी लगा दी गई

Floral Separator

image credit : social media

जानें ऐसे राष्ट्रीय उद्यान के बारें में जिसमें 2000 साल पुराना किला है