आइये जानते है जोशीमठ, उत्तराखंड के इतिहास में बारें में -

जोशीमठ उत्तराखंड के चमौली जिले 2500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

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जोशीमठ पर कत्युरी राजाओं का शासन हुआ करता था इसीलिए इसका प्राचीन नाम कार्तिकेयपुर था।

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जोशीमठ की स्थापना आदि शंकराचार्य कर द्वारा की गयी।

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कठोर साधना के पश्चात् आदि शंकराचार्य को जोशीमठ में ही ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।

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जोशीमठ में नरसिंह मन्दिर स्थित है जिसमें सर्दियों में भगवान बद्रीनाथ की पालकी विराजमान रहती है।

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जोशीमठ से लगभग 7 किमी दूर वृद्ध बद्री स्थित है। माना जाता है की यहाँ भगवान विष्णु ने नारद जी की वृद्ध रूप में दर्शन दिए थे।

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जोशीमठ के नजदीक फूलों की घाटी , जोगी झरना, तपोवन, औली  जैसे पर्यटन स्थल स्थित है।

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जोशीमठ में भूस्खलन की समस्या का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।

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चार धाम की यात्रा का शुरूआती केंद्र, और तिब्बत की सीमा के नजदीक होने से इसका अपना महत्व है।

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