credit : social media
भारत में 42 यूनेस्को विश्व धरोहर है जिसमें स्मारक, राष्ट्रीय उद्यान, झीलें और पर्वतीय रेलवे भी शामिल है।
credit : social media
भारत में पुराने समय में पहाड़ों पर रेलवे लाइन बनाई गई थी जो कि नेरो गेज थी।
credit : social media
भारत में तीन पर्वतीय रेलवे है जिन्हें यूनेस्को विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है आइयें जानते है वें कोनसे है -
credit : social media
दार्जिलिंग पर्वतीय रेलवे
दार्जिलिंग पर्वतीय रेलवे में चलने वाली ट्रेन को टॉय ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है।
credit : social media
दार्जिलिंग पर्वतीय रेलवे
यह एक नेरो गेज रेलवे है जो सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग को जोड़ता है।
credit : social media
दार्जिलिंग पर्वतीय रेलवे
दार्जिलिंग रेलवे को अपने भाप के इंजन के कारण 1999 में विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया था।
credit : social media
कालका शिमला रेलवे
शिवालिक पहाड़ियों में बना कालका शिमला रेलवे 96 किमी लम्बा है, इस रेलवे लाइन को बनाने का कार्य 1898 में किया गया था।
credit : social media
कालका शिमला रेलवे
2008 में कालका-शिमला रेलवे को अपने संकीर्ण पहाड़ी रास्तों और सुरंगों और प्राचीन पुलों के कारण विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया।
credit : social media
नीलगिरी रेलवे
यह रेलवे तमिलनाडू राज्य के नीलगिरी की पहाड़ियों से ऊंटी हिल स्टेशन तक जाता है, यहाँ भाप के इंजन का उपयोग होता है।
credit : social media
नीलगिरी रेलवे
घुमावदार रास्ते, खड़े ढाल के कारण 2005 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया ।