1971 से भारत-बांग्लादेश के संबंधों की शुरुआत हुई थी, इसी के साथ शुरू होता है जल-विवाद और सीमा विवाद।

विभाजन के बाद भारत समय-समय पर बांग्लादेश को आर्थिक सहायता देता आया है।

दोनों देशों के व्यापार संबंधों को बढ़ाने और सीमा से लगे गांवों के आवगमन की सुविधा को देखते हुए एक गलियारे की संधि की गई।

तीन बीघा गलियारा भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित भारत का एक भू-भाग है।

1974 में तीन बीघा कोरिडोर के समझौते को मानकर इसपर हस्ताक्षर किये गए थे किन्तु उस समय यह हस्तांतरण नहीं हो पाया था।

सितम्बर 2011 में तीन बीघा गलियारा बांग्लादेश को लीज़ पर दे दिया गया था, लीज़ की अवधि 99 साल थी।

इसका मुख्य उद्देश्य दहग्राम-अंगारपोटा को भूमार्ग से बांग्लादेश से जोड़ना था।

दोनों देशों के बीच स्थित यह मार्ग पहले 6 घंटे के लिए खुला रहता था बाद में इसे 12 घंटे के लिए खोला जाने लगा।

विक्टोरिया मेमोरियल कहाँ है और इसे काले रंग से रंगे जाने का कारण -